Goa land scam rohan harmalkar arrested enforcement directorate custody

गोवा में 1000 करोड़ रुपये से अधिक के जमीन घोटाले ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कड़ा कदम उठाते हुए घोटाले के मुख्य आरोपी रोहन हर्मालकर को मंगलवार गिरफ्तार किया. पणजी जोनल ऑफिस की ईडी टीम ने धन शोधन निवारण अधिनियम (Prevention of Money Laundering Act, 2002) के तहत यह कार्रवाई की. बुधवार को हर्मालकर को मापुसा की PMLA कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें 18 जून तक के लिए 14 दिन की हिरासत में भेज दिया गया.

ईडी की जांच गोवा पुलिस द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों (FIRs) पर आधारित है. इनमें रोहन हर्मालकर और उनके सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगे हैं, जैसे- फर्जी दस्तावेज बनाकर ज़मीन हड़पना, असली मालिकों की पहचान छिपाना, राजस्व (Revenue) रिकॉर्ड में हेरफेर करना, सरकारी स्टांप की नकल करना आदि.

जांच में पता चला कि जिन ज़मीनों को निशाना बनाया गया, वे किसी व्यक्ति या परिवार की संपत्ति थीं. बिना उनकी सहमति के इन ज़मीनों को बेच दिया गया, जिससे मालिकों को भारी वित्तीय और मानसिक नुकसान हुआ.

कहां-कहां हुई थी साजिश?

ईडी ने 24 और 25 अप्रैल को गोवा के कई इलाकों में छापेमारी की थी. इनमें पर्यटन के लिए मशहूर अंजुना, अर्पोरा और असगांव जैसे क्षेत्र शामिल थे. ये जमीनें लाखों वर्ग मीटर में फैली थीं और इनका बाजार मूल्य 1000 करोड़ रुपये से अधिक आंका गया है. छापेमारी में फर्जी सेल डीड्स, जाली दस्तावेज और जमीन से जुड़े कई रिकॉर्ड बरामद हुए, जिनमें हर्मालकर की डायरेक्ट भूमिका सामने आई.

फरार था मास्टरमाइंड

जांच शुरू होने के बाद से रोहन हर्मालकर फरार चल रहा था. ईडी की टीमें उसकी तलाश में जुटी थीं और आखिरकार 3 जून को उसे धर दबोचा गया. अब हिरासत में उससे पूछताछ चल रही है. ईडी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन शामिल था, कितनी ज़मीनें बेची गईं और अवैध कमाई को कैसे वैध बनाया गया.

क्या है ईडी का अगला कदम?

ईडी ने साफ किया है कि जांच अभी पूरी नहीं हुई है. आने वाले दिनों में इस घोटाले से जुड़े और भी नाम सामने आ सकते हैं. संभावना है कि कुछ बड़े चेहरे भी इस रैकेट का हिस्सा हो सकते हैं. ईडी ने 600 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों के दस्तावेज भी जब्त किए हैं, जिनमें जाली मालिकाना हक के कागजात शामिल हैं. जांच में यह भी खुलासा हुआ कि अपराध से कमाए गए धन को रियल एस्टेट, लग्जरी वाहनों और अन्य महंगी संपत्तियों में निवेश किया गया था.

पहले भी विवादों में रहा हर्मालकर

रोहन हर्मालकर का नाम पहले भी दो ज़मीन हड़पने के मामलों में सामने आ चुका है, जिनकी जांच गोवा पुलिस की स्पेशल जांच टीम (SIT) कर रही है. इसके अलावा नवंबर 2024 में अर्पोरा में एक कारोबारी पर हमले के आरोप में गोवा पुलिस ने रोहन को गिरफ्तार किया था. हर्मालकर ने 2022 में कुम्भरजुआ सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में गोवा विधानसभा चुनाव भी लड़ा था और 2024 में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) में शामिल हो गए थे.

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